हॉस्टल की ज़िन्दगी में जब कोई इंसान कदम रखता है तो उसे ज़िन्दगी की कुछ ऐसी चीज़ें सीखने को मिलती हैं जो एक इंसान की आगे हमेशा मदद करती है। हॉस्टल की ज़िन्दगी की बात करें तो इस अवस्था में इंसान को बहुत सी ऐसी चीज़ें है जो देखने को मिलती है आज हम कुछ उन्हीं चीज़ों के बारे में बात करेंगे।
1घर का खाना सबसे अच्छा……..’माँ तुम्हारे हाथ का खाना सच में सबसे बेहतर है’

हॉस्टल का खाना मुश्किल से आपको 2-3 दिन अच्छा लगता है फिर उसके बाद आपको घर का खाना याद आने लगता है। बहुत सी कमियां होती है हॉस्टल के खाने में जैसे पत्थर जैसी रोटियां और पानी जैसी दाल जिसे खाना बहुत मुश्किल हो जाता है,पर हॉस्टल में खाने का वक़्त आपको ज़रूर समय से अपना भोजन करना सीखा देता है।
2बाथरूम के लिए झगड़े….’भाई अब तो आजा अंदर से’!

सुन के थोड़ी हंसी ज़रूर आएगी पर ये सब हॉस्टल में रहने वाले समझ सकते हैं कि बाथरूम के लिए कितने झगड़े होते है, सुबह उठते ही जब आप किसी और को बाथरूम के अंदर पाते हैं तो उसे जल्दी बाहर आने के लिए कहते हैं।
3कपड़े समय पर न धोने का आलस…..’कल पक्का कपड़े धोऊंगा’

हॉस्टल में जब भी खुद कपड़े धोने का वक़्त आता है तो सब आलसी हो जाते हैं। कपड़े धोना मतलब वक़्त की बर्बादी जो किसी शक़्स को पसंद नहीं।
4नमकीन का महत्व….’हम तेरे बिन अब रह नहीं सकते’

हॉस्टल में जब भी देर रात भूख लगे तो सब नमकीन को खाकर अपनी भूख मिटाना पसंद करते हैं क्योंकि देर रात में अगर भूख लगे तो सिर्फ नमकीन आपकी भूख मिटा सकती है वजह देर रात हॉस्टल में खाना ना मिलना।