आज के इस तनाव भरी जिंदगी में शायद ही कोई ऐसा व्यक्ति हो जिसका मन पूरे तरीके से शांत हो। जिस तरह बाज़ार में नई-नई चीज़ें आ रहीं है, वैसे-वैसे बीमारियाँ भी बढ़ती जा रही हैं और इस कारण से भी मन अशांत रहता है।
आज हर तकलीफ़ के लिए दवाइयाँ तो है पर शायद ही कोई दवाई मन की तकलीफ़ दूर करने में कामयाब हो पाए।
मन की शांति के लिए हर कोई अलग अलग सलाह देता है। यहाँ तक की कई लोग बाबाओं पर जाने की बात भी करते हैं। पर ज़रा आप खुद सोचिए। अगर अपने मन को आप खुद शांत नही कर पा रहें हैं तो इसमे कोई बाबा आपकी मदद कैसे करेगा? बाबा के पास जाकर आपको मन की शांति कभी नहीं मिलेगी और वैसे भी आजकल हर दूसरे कोने में आपको कई ढोंगी बाबा मिल जाएँगे। ऐसे में कौन अच्छा है और कौन बुरा इस बात पर यकीन करना बहुत मुश्किल है।
इसलिए ये बेहद ज़रूरी है कि आप खुद अपने मन की शांति के लए प्रयास करें।
हर कोई मन की शांति के लिए कोशिश करता रहता है लेकिन कोई ये नहीं जानता कि वो शांति हमें भगवान के नाम से, थोड़ा मेडिटेशन, योग और अन्य अच्छी चीज़ों को अपना कर मिल सकती है।

आज कुछ ऐसे ही बातें आपको इस पोस्ट के ज़रिए जानने को मिलेंगी जिसके द्वारा आप अपना मन शांत व खुश रख सकते हैं।
संतुलित आहार(बैलेंस्ड डाइट ):-
एक संतुलित आहार आपके शरीर के लए बहुत ज़रूरी होता है। पर क्या आप जानते हैं कि यह आपकी शारीरिक गतिविधियों को भी ज्यादा प्रभावित करता है इससे आपका मन शांत और खुश रहता ?
एक अच्छा आहार दुखी मन को भी खुश रखने की शक्ति प्रदान करता है। हरी पत्तेदार सब्ज़ियाँ, अनाज, गेहूँ, सोयाबीन, मूंगफली, फल आदि चाजों में पौष्टिक तत्वों की ज़्यादा मात्रा पाई जाती है जो आपके शरीर को तनाव से लड़ने में शक्ति प्रदान करता है।
दिन में दो बार भगवान का नाम ज़रूर लें:-
भगवान के सामने खड़े होकर गायत्री मंत्र का जाप दिन में एक बार ज़रूर करें। इससे आपका मन काफ़ी हल्का महसूस करता है। जाप करते वक्त आँखें बंद रखें और मंत्र को दिल से पढ़ें।
नई चीज़ों के साथ जुड़ने का प्रयास करें:-
खुद को नई गतिविधियों में ढालने का प्रयास करें। इस तरह आप अपने ईगो के बारे में भी जान पाएँगे और उसे संभालना भी सीखेंगे। जब तक आप नए लोगों के बीच भी सहज महूसस नहीं करेंगे तब तक आप बाहर कहीं भी अपने मन को शांत नहीं रख पाएँगे।
प्रेम ही प्रेम देखने का प्रयास करें:-
मन जब अशांत रहता है तब इंसान का ध्यान अपने कामों से भटकता है। ऐसे में आप अपने आस-पास की छोटी-छोटी चीजों को देखकर खुश रहने की आदत डालें।
लोगों की आलोचना व उनके बारे में सोचना बदं कर दें। अच्छा इंसान ग़लतियाँ सुधारता है ना कि निकालता है।
हर किसी के अंदर बुराई देखने की जगह कुछ सकारात्मकता तलाशने की कोशिश करें।
अपने मन को आराम देने का प्रयास करें:-
भरपूर नींद लेने की कोशिश करें इसके साथ ही अपना मन एक जगह केन्द्रित करें। इसके लिए आँखों को बंद कर शरीर को पूरी तरह से ढीला छोड़ दें और धीमी गति से साँस लेते हुए किसी एक चीज़ में अपना ध्यान केन्द्रित करने की कोशिश करें। केवल उन्ही बातों का ध्यान करें जो आपको खुशी देती हो।
योग:-
इसके ज़रिए भी मन शांत किया जा सकता है, कई ऐसे आसन है जिससे मन को शांति मिलती है।

ऊर्जा प्रदान करने वाला आसन:-
सबसे पहले अपने पैरों के समानांतर खड़े हो जाएँ। अब, साँस को अंदर करते हुए अपने हाथों को अपने सिर से ऊपर ले जाएँ। फिर, अपनी साँसों को छोड़ते हुए हाथों को कंधे पर रख दीजिए। इस बीच अपने आँखों से सभी प्रकार के तनावों को दूर रखिए। अपनी साँसों पर ध्यान करते हुए आगे बढ़िए।
सावधानियाँ- अगर आपके पैरों में सूजन हैं या ज़्यादा दर्द है तो बिना डॉक्टर से पूछे यह आसन ना करें।
सुखासन:-
सुखासन में दोनों पैरों को एक क्रॉस की मुद्रा में दबाकर रखा जाता है जिसे कमल मुद्रा भी कहते है। ध्यान के लिए यह उपयुक्त आसन होता है सबसे पहले ज़मीन पर आसन बिछाकर पालथी मोड़कर बैठ जाएँ। अपने सिर, गर्दन और पीठ को सीधा रखें, झुकते हुए ना बैठें। कंधो को थोड़ा ढीला छोड़े। अब दोनों हाथों को घुटनों पर और हथेलियों को ऊपर की और रखें।
सिर को थोड़ा ऊपर उठाएँ और आँखे बंद कर लें। अब अपना ध्यान अपनी श्वसन क्रिया पर केंद्रित करें और लम्बी और गहरी साँस लेते रहे।
इस आसन को कभी भी 5-10 मिनट तक कर सकते है। अगर एकांत में इस योग को करेंगे तो ज़्यादा लाभ होगा। इस आसन को प्रतिदिन करने से मन में शांति तथा एकाग्रता बढ़ती है।
सावधानियाँ- पैरों में किसी भी तरह का दर्द या परेशानी हो तो यह आसन न करें।