‘अरे यार इस बार इतनी जल्दी हो गया’, ‘अभी कुछ ही दिन पहले तो ख़त्म हुआ था’, ‘ज़रा पीछे देखना कुछ लगा तो नहीं है?’ कभी ना कभी आपने अपनी बीवी या गर्लफ़्रेंड के मुँह से ऐसी बातें ज़रूर सुनी होंगी। ये बातें पीरियड्स से जुड़ी हुई है। लड़कियों को हर महीने पीरियड्स का सामना करना पड़ता है। कपड़े में दाग लगने का डर, पेट का दर्द आदि ऐसी समस्याएँ हैं जो इस दौरान लड़कियों को होती है। लेकिन मर्दों को शायद इन समस्याओं के बारे में पता नहीं है क्योंकि आज भी कई लोग इस विषय पर खुलकर बात करने से बचते हैं, मानो यह कोई टैबू हो। आज भी कई मर्दों को ‘गर्ल मैटर्स’ के बारे में जानकारी नहीं है। आज का यह पोस्ट ख़ासकर मर्दों के लिए हैं ताकि उन्हे भी पीरियड्स के दौरान लड़कियों को होने वाली समस्याओं के बारे में जानकारी मिले। आइए जानते है कि इन दिनों आपको लड़कियों से कैसे डील करना चाहिए।
1आराम करने का मौका दें-
पीरियड्स के कुछ दिनों पहले से ही लड़कियों को हेल्थ इशूज़ होने लगते हैं जैसे बहुत पेट दर्द होना, कमर मे दर्द शुरू होना, निप्पल्स में दर्द होना, लूज़ मोशंस होना। पीरियड क्रैम्प्स कभी-कभी लेबर पेन जितने दर्दनाक भी हो जाते हैं। इसलिए इन दिनों उन्हें आराम करने का मौका दो।
2शारीरिक श्रम या एक्सरसाइज न करने दें-
पीरियड्स के दौरान पेट में तेज दर्द होता है। यहाँ तक कि पीठ में भी अकड़ आ जाती है। इसलिए बेहतर होगा कि आप उन्हें भारी शारीरिक श्रम करने से रोकें व खुद काम में हाथ बँटाएं। पीरियड्स में महिलाओं का शरीर बहुत कमज़ोर हो जाता है। इसलिए इस दौरान उन्हे एक्सरसाइज भी न करने दें। इससे पेट में ज़्यादा दर्द होगा और अधिक ब्लीडिंग की समस्या होगी।
3अगर खून के दाग लग जाएँ तो-
वैसे ब्लड स्टेन लगना सामान्य सी बात है क्योंकि खून कभी-कभी ज़्यादा बहता है। इस पर लड़की को अजीब नज़रों से ना देखें क्योंकि इसमे उसकी कोई ग़लती नहीं है। दाग लगने पर उसे समझाएँ कि यह एक दम नॉर्मल है व इससे कोई फ़र्क नही पड़ता।
4मूड स्विंग्स को समझें
इस दौरान चिड़चिड़ापन लड़कियों पर हावी हो जाता है। पूरा शरीर कमज़ोर पड़ जाने की वजह से उन्हे मूड स्विंग्स होने लगते हैं। ऐसे में उन पर गुस्सा ना करते हुए उन्हें समझें। इन दिनों उन्हें गले लगाएँ, उनकी केयर करें। इससे उनके मन मे आपके प्रति इज़्ज़त और अपनापन बरकरार रहेगा।