यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जो कि यूपी के गोरखपुर से लगातार
पांचवीं बार बीजेपी के सांसद रहे हैं, और इसी साल उन्होनें यूपी के
मुख्यमंत्री का पदभार संभाला, लेकिन वह किसी भी सदन के सदस्य नहीं हैं,
नियमों के मुताबिक, उन्हें छह महीने के अंदर विधान परिषद या विधानसभा
दोनों में से किसी एक सदन का सदस्य बनना होगा,उत्तर प्रदेश के
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज सांसद पद से इस्तीफा देंगे।
इसके साथ ही योगी आज राष्ट्रपति भवन में होने वाले उपराष्ट्रपति पद के
शपथग्रहण समारोह में शामिल होंगे, और इसके बाद वह संसद की सदस्यता से
इस्तीफे की प्रक्रिया को पूरा करेंगें। उत्तर प्रदेश में योगी सरकार ने
आते ही फौरन अपने वादों पूरा करना शुरु कर दिया, इसी कडी को जारी रखते
हुये उन्होनें गुरुवार को 11 लापरवाह अफसरों को सस्पेंड कर दिया. इनमें
एसडीएम और डॉक्टर से लेकर थाना प्रभारी जैसे अधिकारी शामिल हैं, इसके साथ
ही सात अफसरों के तबादले के भी आदेश दिए गए। सीएम योगी ने कहा कि ”अब
बातें नहीं सिर्फ एक्शन होगा, और वो भी मौके पर ही, आप सब सावधान हो
जाएं” सीएम योगी की इस चेतावनी से सरकारी अफसर तुरन्त सकते में आ गये
हैं।
सांसद पद से इस्तीफा देने के बाद योगी या तो विधानसभा चुनाव लड़ेंगे या
फिर विधान परिषद के सदस्य बनेंगे, योगी अभी यूपी में किसी भी सदन के
सदस्य नहीं हैं, नियमों के मुताबिक, उन्हें छह महीने के अंदर विधान परिषद
या विधानसभा दोनों में से किसी एक सदन का सदस्य बनना होगा।