जीवन में जब कभी आप कुछ अपने देश के लिए करते हो तो हर तरफ सिर्फ आपका ही नाम होता है| कुछ ऐसा ही कमाल किया है भारत के फूटबाल खिलाड़ी जैक्सन सिंह ने। जैक्सन ने फीफा अंडर 17 विश्व कप में कोलंबिया के खिलाफ अपना और भारत का पहला फीफा गोल दर्ज किया। इससे बड़ी बात भारत के लिए कुछ नहीं होगी की उनके देश के लिए इस नौजवान खिलाड़ी ने पहला गोल दर्ज किया।
जानिये इस खिलाड़ी के बारे में
मां ने सब्जी बेचकर फुटबॉलर बनाया-
जैक्सन का फुटबॉलर बनने का सफर आसन नहीं रहा। भारतीय टीम में चुने गए जैक्सन को फुटबॉलर बनाने के लिए उनकी मां ने कड़ा संघर्ष किया है। दो साल पहले पिता की नौकरी जाने के बाद परिवार का गुजारा मां ने सब्जी बेचकर किया, लेकिन इतने कठिन हालात में भी जैक्सन का फुटबॉल को लेकर जुनून कम नहीं हुआ।
राष्ट्रीय अंडर-15 और 16 में मचा चुके हैं धूम
जैक्सन को 2015 में चयनकर्ताओं की उपेक्षा भी झेलनी पड़ी, जब वह चंडीगढ़ में एकेडमी में थे। इसके बावजूद उन्होंने हिम्मत नहीं हारी और अंडर 17 वर्ल्ड कप के लिए भारतीय टीम में जगह बनाई। पहले चंडीगढ़ फुटबॉल एकेडमी के साथ खेलने वाले जैक्सन बाद में मिनर्वा से जुड़े और राष्ट्रीय अंडर-15 तथा अंडर-16 खिताब जीतने वाली टीम की कप्तानी भी संभाली. जैक्सन के बड़े भाई जोनिचंद सिंह कोलकाता प्रीमियर लीग में पियरलेस क्लब से खेलते हैं।
फीफा अंडर-17 विश्व कप के अपने दूसरे मैच में भारतीय टीम को हार का सामना करना पड़ा है। भारतीय टीम की इस हार के बाद टीम के टॉप-16 में जाने की उम्मीद पूरी तरह से खत्म हो गई है। जवाहरलाल स्टेडियम में कोलंबिया ने भारत को हराते हुए इस मैच पर 2-1 के अंतर से जीत दर्ज कर ली है। मैच की आखों देखे विश्लेषण की बात करे तो कोलंबिया के पेनालोजो ने 49वें और 83वें मिनट में दो गोल किए। वहीं भारत के लिए विश्प कप का पहला गोल 82वें मिनट में जैक्सन सिंह ने किया।