हाल ही मे मैक्किंज़े इंस्टिट्यूट ने भारत के रोजगार पर अपनी रिपोर्ट प्रकाशित की है | यह रिपोर्ट India’s labour market: a new emphasis on gain full employment नाम से जारी की गई है | बता दे की यह रिपोर्ट भारतीय आर्थिक मंत्रालय के तथ्यों पर आधारित है |

आपको बता दे की इसमें विस्तार पूर्वक कहा गया है कि बेहतर, रोजगार वाली नौकरियो पर सामान्य जनो का ध्यान ज्यादा गया है , मतलब की लोग अब उस रोज़गार से जुड़ना चाहते है , जिसमे आय ज्यादा हो |
वही दूसरी ओर कृषि रोज़गार की संख्या में 26 मिलियन की कमी दर्ज की गई, जबकि गैर कृषि रोज़गार की संख्या में 33मिलियन तक की वृद्धि हुई है| जबकि गैर कृषि रोज़गार में वृद्धि के बावजूत , लोगो की रोजगार में भागीदारी दर जो 2011में 55.5% थी वह गिरकर 2015 में 52.4% के स्तर तक आ गई है|
बता दे कि भी भारत की कुल जनसँख्या का 55% भाग कृषि रोज़गार में लगा हुआ है , जो कुल जीडीपी मे मात्र 8.3% का योगदान करता है |लेकिन इस रिपोर्ट के निष्कर्ष निकला जा सकता है कि, लोगो का रुझान अब कृषि से हटकर, प्रोफेसनल रोजगारो की तरफ हो रहा है | जिससे न केवल लोगो की जीवन शैली में सुधार होगा,बल्कि राष्ट्र की उन्नति भी होगी |