गूगल ऐसी कंपनी है जिसने इंटरनेट की दुनिया में नबंर वन कंपनी है. और सबसे खास बात यह है कि गूगल भारत में सबसे भरोसेमंद ब्रांड बनकर उभरा है। और गूगल के बाद माइक्रोसॉफ्ट, अमेजन, मारुति सुजुकी और एप्पल भारतीय उपभोक्ताओं ने भरोसे के लायक माना है, एक सर्वे के मुताबिक सोनी, यूट्यूब, बीएमडब्ल्यू, मर्सिडीज बेंज और ब्रिटिश एयरवेज टॅाप 10 में शामिल अन्य ब्रांड हैं, लेकि वैश्विक स्तर पर अमेजन को सबसे विश्वसीन ब्रांड है।
क्या कहते हैं आकंडें
सर्वे के अनुसार भारतीय उपभोक्ता अब ब्रांड की प्रमाणिकता के बारे में राय बनाने को लेकर अधिक सकारात्मक हो गये हैं, अगर आकंडों पर नजर डाले तो करीब 67 प्रतिशत भारतीय उपभोक्ता ऐसे ब्रांड की खरीदारी पसंद करते हैं जो अधिक प्रमाणिक माना जाता हो, 38 प्रतिशत उपभोक्ताओं ने माना है कि ब्रांड अधिक ईमानदार एवं खुले होते तथा जिम्मेदारियां उठाते हैं। एक अध्ययन 2017 की रिपोर्ट में कहा गया है कि वैश्विक प्रामाणिकता सूचकांक में क्रमश: तीसरे, चौथे और पांचवें स्थान पर माइक्रोसॉफ्ट, गूगल और अन्य ब्राडं को रखा गया है और यह सारी टेक्नॅालाजी की दिग्गज कंपनियां है। गूगल ऐसी कंपनी है जो अपने उपभोक्ताओं का खासा ध्यान रखती है फिर वह चाहे गूगल इंटरनेट हो या फिर गूगल के प्रोडक्ट।
गूगल की शुरुआत
गूगल की शुरुआत 1996 में एक रिसर्च परियोजना के दौरान लैरी पेज़ तथा सर्गेई ब्रिन ने की। उस वक्त लैरी और सर्गी स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय, कैलिफ़ोर्निया में पीएचडी के छात्र थे। उस समय, पारम्परिक सर्च इंजन की वरीयता वेब-पेज पर सर्च-टर्म की गणना से तय करते थे, जब कि लैरी और सर्गेई के अनुसार एक अच्छा सर्च सिस्टम वह होगा जो वेबपेजों के अच्छे तरह से विश्लेषण करे। इस नये तकनीक को उन्होंने पेजरैंक (PageRank) का नाम दिया।
इस तकनीक में किसी वेबसाइट की प्रासंगिकता, योग्यता का अनुमान, वेबपेजों की गिनती, तथा वह पेज कितना पंसद किया जा रहा है और शुरुआती वेबसाइट को लिंक करते हैं उसके आधार पर लगाया जाता है। तब से लेकर अब तक गूगल के मिलियन से यूजर हो चुके हैं और इसके ब्रांड भी बहुत पंसद किये जाते हैं।