कश्मीर मुद्दे पर पाकिस्तान के सुर अब बदले हुए नजर आ रहे हैं। कल तक कश्मीर पर आर पार की लड़ाई की बात कह रहे पाकिस्तान सेना के प्रमुख जनरल कमल जावेद बाजवा ने अब कश्मीर मुद्दे का समाधान राजनीतिक और कूटनीतिक स्तर पर करने की बात कही है।पाकिस्तान की तरफ से आये बयान पर भारत के रक्षा जानकारों ने हैरानी जाहिर की है।पाकिस्तान सेना के प्रमुख ने पाक रक्षा दिवस के मौके पर यह बातें कही है। इससे पहले आजतक पाकिस्तान सेना के किसी भी जनरल ने कश्मीर मुद्दे के शांतिपूर्ण समाधान की बात नहीं की है।
इससे पहले पाकिस्तान के विदेश मंत्री ख्वाजा मोहम्मद आसिफ ने कहा था कि इंटरनैश्नल स्तर पर लशकर –ए- तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद जैसे प्रतिबंधित आतंकी संगटनों को पाकिस्तान में पनाह मिली हुई है। हालांकि भारत शुरु से कहता आया है कि कश्मीर भारत का अभिन्न है। ऐसे में इस मुद्दे पर किसी भी तरह के संवाद के लिए वो तैयार है।
पाकिस्तान सेना प्रमुख बाजवा का मानना है कि दोनों देशों की तरक्की के लिए शांति जरुरी है, और शांति बनाये रखने के लिए हर मसले पर बातचीत जरुरी है।जनरल बाजवा ने ये भी कहा कि “भारत के लिए भी बेहतर होगा कि वह पाकिस्तान की निदां करने और कश्मीरियों पर सेना थोपने की बजाए इस मुद्दे का समाधान राजनीतिक और कूटनीतिक स्तर पर ढुंढे”
जनरल बाजवा ने कहा कि उनका देश अपनी जमीन का इस्तेमाल किसी दूसरे देश के खिलाफ नहीं होने देगा और दूसरे देशों से भी हम यही आशा करते हैं। पाकिस्तान सेना के प्रमुख ने भारत का नाम न लेते हुए कहा कि “हम परमाणु हथियार लेकर नहीं आये थे लेकिन हमारा पड़ोसी देश अपनी ताकत दिखाने के लिए परमाणु हथियार प्रदर्शित करेगा तो हमें भी अपनी सुरक्षा करनी पड़ेगी”
माना जा रहा है कि अंतराष्ट्रीय मंच पर मुंह की खाने के बाद पाकिस्तान अब शांति की बात कह रहा है। ऐसे में देखना है कि पाकिस्तान अपने इस बयान पर कब तक कायम रह पाता है। हालांकि पाक सेना प्रमुख के इस बयान को लेकर भारत में रक्षा मामलों से जुड़ें लोग काफी आचंभित हैं।