वित्तीय समावेशन की ओर एक कदम और बढ़ाते हुए,अब देश के सभी डाकघर भुगतान करेगे। यह भुगतान भारतीय डाक विभाग का इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक (आईपीपीबी) करेगा। आपको बता दे की देश में कुल 1.55 लाख डाक घर है,जहां से भुगतान की सुविधा उपलब्ध करवाई जायेगी। उसके साथ ही डाक विभाग ने वित्तीय सेवाओं की पेशकश भी की है।
वित्तीय समावेशन पर संयुक्त राष्ट्र संघ के एक कार्यक्रम में यहां आईपीपीबी के मुख्य अधिकारी ए.पी.सिंह ने कहा कि मार्च 2018 तक हमारा पोस्ट बैंक देश के हर जिले में होगा भुगतान की सुविधा उपलब्ध कराने में सझम भी होगा। साथ ही उन्होंने कहा की वर्ष 2018 के अंत तक डाक घरो की प्रणालियों को इस कार्य के लिए पूरी तरह से विकसित कर लिया जाएगा। सभी डाकिए और ग्रामीण डाक सेवकों के पास इस सेवा की सुविधा देने वाले तकनीक मौजूद होंगी।
दरहस्ल, भारत में बैंक्स से ज्यादा डाकघरों की पहुच है। और इसका लाभ सरकार भी लेना चाहती है, वह सभी लोगो तक वित्तीय साधनों को सुलभ रूप से पहुचाना चाहती है| इस ओर प्रयास करते हुए हाल ही में सरकार ने अनेक कार्यक्रम चलाए है। जनधन योजना के बैंक खाते भी इस क्रम की कड़ी है। इस साल जनवरी की शुरुआत में निजी क्षेत्र की कंपनी भारती एयरटेल ने एयरटेल पेमेंट बैंक का परिचालन शुरु किया था। इसकी पहुंच देशभर के 2.5 लाख दुकानदारों तक है।
भारतीय डाक भुगतान बैंक के बारे में..
भारतीय डाक भुगतान बैंक भारत सरकार की एक कंपनी है। भारतीय रिजर्व बैंक ने भारतीय डाक को भुगतान बैंक का बैंकिंग शुरू करने का लाइसेंस दे दिया है। भारत का यह दूसरा भुगतान बैंक होगा। इसके पूर्व भारती एयरटेल ने एयरटेल भुगतान बैंक लिमिटेड खोल दिया है। यह बैंक एक व्यक्ति या एक कारोबार इकाई से केवल एक लाख रुपये तक की जमा राशि स्वीकार कर सकता है। बैंक छोटी राशि को जमा करेगा और उसे ट्रांसफर भी करेगा। बैंक इंटरनेट सेवाएं और कुछ विशेष सेवाएं भी देगा।