वैसे तो हमारें गाँव लगातार आगें बढ़ रहें है लेकिन आर्थिक सुरक्षा हमेशां से ही एक अहम् पहलु रहा है। इसी पहलु को सुनिश्चित करनें के लिए ही सरकार ने एक बड़ा कदम उठाया है संपूर्ण बीमा ग्राम (एसबीजी) योजना के रूप में।
संचार मंत्री मनोज सिन्हा ने संपूर्ण बीमा ग्राम (एसबीजी) योजना को लांच किया तथा पोस्टल जीवन बीमा (पीएलआई) के ग्राहक आधार को बढ़ाने के पहल की शुरुआत की। इन योजनाओं के लांचिंग के बाद मीडिया से बात करते हुए संचार मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की डाक के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों में बैंकिंग सुविधाएं मुहैया कराने की सोच को आगे ले जाने की जरुरत है, ताकि देश के ग्रामीण क्षेत्रों में रह रहे लोगों को किफायती जीवन बीमा सेवा मुहैया कराई जा सके।
इस योजना का प्राथमिक उद्देश्य चुने गए संपूर्ण बीमा ग्राम गांव के सभी घरों को बीमा कवरेज के तहत लाना है। मनोज सिन्हा ने कहा कि पीएलआई के ग्राहकों के विस्तार योजना के तहत यह फैसला किया गया है कि पोस्टल जीवन बीमा (पीएलआई) अब केवल सरकारी या अर्ध सरकारी सैनिकों के लिए ही उपलब्ध नहीं होगी, बल्कि विभिन्न पेशवर जैसे डॉक्टर, इंजीनियर्स, प्रबंधन सलाहकार, चाटर्ड एकाउंटेंट, आर्किटेक्ट, वकील, बैंकर और एनएसई (नेशनल स्टॉक एक्सचेंज) तथा बीएसई (बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज) पर सूचीबद्ध कंपनियों के कर्मचारियों के लिए भी उपलब्ध होगी।

किन्हें मिलेगा लाभ
इस योजना में देश के कुल राजस्व जिलों में से न्यूनतम एक गाँव से इस योजना के लिए न्यूनतम 100 परिवारों की पहचान की जाएगी।
सभी चिन्हित गांवों में यह सुनिश्चित किया जाएगा कि प्रत्येक परिवार के लिए कम से कम एक “ग्रामीण डाक जीवन बीमा” (RPLI)। यह योजना सभी परिवारों को जिनकी पहचान की जाएगी “संपूर्ण बीमा ग्राम योजना” में शामिल करने के लिए काम कर रही है।
अब, सरकार ने डॉक्टर, इंजीनियर्स, वकील, सीए और बैंकर जैसे पेशेवरों के लिए लाभ का विस्तार किया है, जबकि पहले PLI की कवरेज में केवल सरकारी और अर्ध-सरकारी कर्मचारी थे।
सामाजिक न्याय की योजना में अधिक लोगों को कवर करने और पोस्टल जीवन बीमा (पीएलआई) की सुरक्षा के तहत बहुत से लोगों को लाने का निर्णय लिया गया है।यह योजना लोगों को एक वित्तीय सुरक्षा और सामाजिक सुरक्षा साधन के रूप में प्रदान करेगी।
जानें डाक जीवन बीमा (PLI) के बारे मे
यह योजना 1884 में सरकारी और अर्ध-सरकारी कर्मचारियों को लाभ प्रदान करने के लिए शुरू की गई थी। यह सबसे पुरानी जीवन बीमा योजनाओं में से एक है। 24 मार्च 1995 को मल्होत्रा समिति की सिफारिश पर ग्रामीण डाक जीवन बीमा (RPLI) को शुरू किया गया था।
इस योजना को ग्रामीण क्षेत्रों को बीमा कवर प्रदान करने के लिए शुरू किया गया था जो कमजोर वर्गों के हैं। इस योजना का एक उद्देश्य यह भी है की ग्रामीण क्षेत्रों की महिलाओं को बीमा कवर प्रदान किया जाए।यह योजना ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को कम प्रीमियम और उच्च बोनस प्रदान करती है।